Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Oct 2021 · 1 min read

“घमंडी”

?”घमंडी”?
?????

“घमंडी” लोग हर जगह ही होते ,
अपने आप पे वे खूब गर्व करते ,
उन्हें आम लोगों की परवाह नहीं ,
बस, खुद को ही सर्वेसर्वा समझते !!

वे सदा अपने नशे में ही चूर रहते ,
औरों को तो तिरस्कृत ही करते ,
खुद को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते ,
औरों के लिए सदा गड्ढे ही खोदते !!

भले खुद ही उस गड्ढे में वे गिर जाते ,
पर कभी अपनी आदत नहीं छोड़ते ,
भविष्य की तनिक भी चिंता न करते ,
वर्तमान में ही सारी शक्ति झोंक देते !!

भविष्य में बहुत बड़ा झटका खाते ,
बहुत ही गहरी खाई में वे गिर जाते ,
फिर उससे कभी निकल नहीं पाते ,
पर अपनी आदत से नही बाज आते !!

घमंड से किसी का भी भला ना होता ,
घमंडी खुद उसकी आग में तो जलता ,
औरों का भी जीना वो मुश्किल करता ,
जवाबदेही का अच्छे से निर्वाह न करता !!

घमंडी व्यक्ति समाज के लिए भी घातक है ,
वो कभी नहीं किसी का भी शुभचिंतक है ,
वो अपने फायदे के लिए कुछ भी करता ,
देश-दुनिया की भी कोई परवाह न करता !!

प्रायः वो लंबी – लंबी डींगें हाॅंकता रहता ,
कभी – कभी तो सारी हदें पार कर जाता ,
मासूम लोगों को अपनी जाल में फॅंसाता ,
बेईमानी की ही राह पकड़कर आगे बढ़ता !!

आम लोगों से वो मिल-जुलकर नहीं रहता ,
खुद की क़ीमत बढ़ा-चढ़ाकर ही ऑंकता ,
औरों को सदा अनुपयोगी ही सिद्ध करता ,
इस तरह अपने तरीके से वो जीवन जीता !!

स्वरचित एवं मौलिक ।
सर्वाधिकार सुरक्षित ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 29 अक्टूबर, 2021.
“”””””””””””””””””””””””””””””””””
?????????

Language: Hindi
6 Likes · 2 Comments · 1506 Views

You may also like these posts

बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
Rj Anand Prajapati
कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोना पड़ता है,
कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
सत्य कुमार प्रेमी
साथ बैठो कुछ पल को
साथ बैठो कुछ पल को
Chitra Bisht
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
शहर में बिखरी है सनसनी सी ,
Manju sagar
अपने उरूज-ओ-ज़वाल को देख,
अपने उरूज-ओ-ज़वाल को देख,
Kalamkash
আগামীকালের স্ত্রী
আগামীকালের স্ত্রী
Otteri Selvakumar
तनहा भी चल के देखा कभी कारवाँ में चल के
तनहा भी चल के देखा कभी कारवाँ में चल के
Kanchan Gupta
*भावों  मे  गहरी उलझन है*
*भावों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुछ दोहे मनके
कुछ दोहे मनके
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
वो नींदें उड़ाकर दगा कर रहे हैं।
वो नींदें उड़ाकर दगा कर रहे हैं।
Phool gufran
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
तुझसे लिपटी बेड़ियां
तुझसे लिपटी बेड़ियां
Sonam Puneet Dubey
■ तथ्य : ऐसे समझिए।
■ तथ्य : ऐसे समझिए।
*प्रणय*
वीरान जाने
वीरान जाने
Kunal Kanth
औरत
औरत
MEENU SHARMA
सूखा पेड़
सूखा पेड़
Juhi Grover
बिटिया (प्रेम की प्रतिमा)
बिटिया (प्रेम की प्रतिमा)
indu parashar
जीवन जितना होता है
जीवन जितना होता है
Dr fauzia Naseem shad
आप ही बदल गए
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
संभव है तुम्हें मेरे जैसे अनेकों लोग मिल जायें, पर ध्यान रहे
संभव है तुम्हें मेरे जैसे अनेकों लोग मिल जायें, पर ध्यान रहे
इशरत हिदायत ख़ान
जाते वर्ष का अंतिम दिन
जाते वर्ष का अंतिम दिन
Anant Yadav
श्रीराम मंगल गीत।
श्रीराम मंगल गीत।
Acharya Rama Nand Mandal
तथाकथित...
तथाकथित...
TAMANNA BILASPURI
आएगा ज़माना उलटबांसी का, कह गये थे संत कबीर
आएगा ज़माना उलटबांसी का, कह गये थे संत कबीर
Shreedhar
शिक्षक
शिक्षक
Nitesh Shah
* खुश रहना चाहती हूँ*
* खुश रहना चाहती हूँ*
Vaishaligoel
सादगी अच्छी है मेरी
सादगी अच्छी है मेरी
VINOD CHAUHAN
समय की धार !
समय की धार !
सोबन सिंह रावत
Loading...