Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2021 · 1 min read

घमंडी पत्नी

पति को हाथ लगाने ना दे,
दुसरों से गप लड़ाये ।
ऐसी पत्नी अपने पति को,
जीते जी मुआये ।।

पति चुपचाप देखता है,
मुख से भी, कुछ नहीं कहता है ।
मार-पीट करना छोड़ दिया वो,
मजबूरन सारे बंधन तोड़ दिया वो ।।

पति सोचा वो सुधर जाएगी,
लगा उसे, एकदिन वो खुद मेरे पास आयेगी ।
राह तकते दिन बीत गया,
इसी में उस पत्नी को,
अब इससे प्रीत भी छुट गया ।।

ऐसे में पति किसी और को घर ले आये,
या किसी और के साथ रात बिताये,
तो राक्षस कहलाये ।
पत्नी तो सती – सावित्री बनी रहेगी,
जबतक खुद पति या कोई और उसपे,
उँगली ना उठाये ।।

कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 21/05/2019
समय – 11:21 (रात्रि)
संपर्क – 9065388391

Language: Hindi
508 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
G27
G27
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धर्म-कर्म (भजन)
धर्म-कर्म (भजन)
Sandeep Pande
*जितना आसान है*
*जितना आसान है*
नेताम आर सी
नारी भाव
नारी भाव
Dr. Vaishali Verma
“नये वर्ष का अभिनंदन”
“नये वर्ष का अभिनंदन”
DrLakshman Jha Parimal
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
Dr MusafiR BaithA
मेरा महबूब आ रहा है
मेरा महबूब आ रहा है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"कभी मेरा ज़िक्र छीड़े"
Lohit Tamta
**कुछ तो कहो**
**कुछ तो कहो**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
Shweta Soni
" ऊँट "
Dr. Kishan tandon kranti
करम
करम
Fuzail Sardhanvi
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
*Author प्रणय प्रभात*
"आकुलता"- गीत
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
Ranjeet kumar patre
कैसे पाएं पार
कैसे पाएं पार
surenderpal vaidya
🌱मैं कल न रहूँ...🌱
🌱मैं कल न रहूँ...🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
नजरिया-ए-नील पदम्
नजरिया-ए-नील पदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
23/130.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/130.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रमेशराज के विरोधरस दोहे
रमेशराज के विरोधरस दोहे
कवि रमेशराज
ऐसा तूफान उत्पन्न हुआ कि लो मैं फँस गई,
ऐसा तूफान उत्पन्न हुआ कि लो मैं फँस गई,
Sukoon
*
*"गणतंत्र दिवस"*
Shashi kala vyas
जन्म से
जन्म से
Santosh Shrivastava
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
गौरैया बोली मुझे बचाओ
गौरैया बोली मुझे बचाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
घरौंदा
घरौंदा
Madhavi Srivastava
विधाता छंद
विधाता छंद
डॉ.सीमा अग्रवाल
ये न पूछ के क़ीमत कितनी है
ये न पूछ के क़ीमत कितनी है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
उन यादों को
उन यादों को
Dr fauzia Naseem shad
Loading...