Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Dec 2018 · 1 min read

घबराहट

क्यों अक्सर मुश्किलों से घबरा जाती हूं,
क्यों आगे बढने से रूक जाती हूं।। क्यों भीड़ को देखकर मैं डर जाती हूं,
क्यों अपने आप को मैं रोक पाती हूं।। क्यों ऐसे लगता हैं जिंदगी कहीं रूक सी गई हैं,
रोशनी अंधेरों मे कहीं गुम सी गई हैं।। कोई तो आए जो निकाले मुझे इन अंधेरों से,
दे हिम्मत मुझे लड़ने की इस दुनियाकेझपेडो़से।।। कोई तो समझाए मुझे मुश्किलों का नाम हैं जिंदगी,
मुश्किलों से घबराना नहीं ये पैगाम हैं जिंदगी।।
कृति भाटिया, बटाला।

Language: Hindi
286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/31.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/31.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
5
5"गांव की बुढ़िया मां"
राकेश चौरसिया
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
डोरी बाँधे  प्रीति की, मन में भर विश्वास ।
डोरी बाँधे प्रीति की, मन में भर विश्वास ।
Mahendra Narayan
हे मेरे प्रिय मित्र
हे मेरे प्रिय मित्र
कृष्णकांत गुर्जर
*विभाजित जगत-जन! यह सत्य है।*
*विभाजित जगत-जन! यह सत्य है।*
संजय कुमार संजू
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
Rajesh vyas
जा रहा हु...
जा रहा हु...
Ranjeet kumar patre
"फर्क बहुत गहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*अनुशासन के पर्याय अध्यापक श्री लाल सिंह जी : शत शत नमन*
*अनुशासन के पर्याय अध्यापक श्री लाल सिंह जी : शत शत नमन*
Ravi Prakash
चाय - दोस्ती
चाय - दोस्ती
Kanchan Khanna
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
बेरोजगार लड़के
बेरोजगार लड़के
पूर्वार्थ
दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
International  Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
बेवफा
बेवफा
RAKESH RAKESH
मुल्क़ में अब
मुल्क़ में अब
*Author प्रणय प्रभात*
पिछले पन्ने 3
पिछले पन्ने 3
Paras Nath Jha
मैं कवि हूं
मैं कवि हूं
Shyam Sundar Subramanian
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
Dr. Man Mohan Krishna
☀️ओज़☀️
☀️ओज़☀️
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मेरी औकात के बाहर हैं सब
मेरी औकात के बाहर हैं सब
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हाथों की लकीरों तक
हाथों की लकीरों तक
Dr fauzia Naseem shad
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
Bodhisatva kastooriya
जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु
जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जल खारा सागर का
जल खारा सागर का
Dr Nisha nandini Bhartiya
❤️🖤🖤🖤❤
❤️🖤🖤🖤❤
शेखर सिंह
Loading...