घबराना नहीं
नाकामयाबी से घबराओगे
तो कहो कामयाबी कैसे पाओगे
गुम होने से ही घबराओगे
तो एक दिन जाने कैसे जाओगे ।
कामयाबी का जश्न मनानेवाले
मुश्किलों से कब घबराते हैं
जो हालात उनके कदम रोकते हैं
वही हालात रास्ता बता जाते हैं।
आग़ाज न किया तो अंज़ाम कैसा
दिन भर की थकन न झेली तो सुहाना शाम कैसा
लोग क्या कहेंगे अगर सोचोगे तो
कमियों को दुर कैसे भगाओगे ।