Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2021 · 1 min read

घनाक्षरी — चलो अवध की ओर—-

?श्री राम नवमी की सभी को कोटि कोटि शुभकामनाएं?

**आइए एक घनाक्षरी से श्रीराम का वंदन करते हैं**

चलो अवध की ओर, जंहा हुई शुभ भोर।
उस ठौर पर आज,राजाराम आएंगे।।
गमो को भुला दो सारे, दुःख हरेंगे हमारे।
राम जी के लगे नारे,राम राम गाएंगे।।
काम बनेंगे हमारे,थे हम दुष्टों से हारे।
कष्टों को अपने सारे,राम जी सुलझाएंगे।।
आस उन्हीं से लगाएं,ओर कहीं नहीं जाएं।
गाएं गाएं राम गीत,राम काम आएंगे।।
कवि – राजेश व्यास अनुनय

5 Likes · 2 Comments · 404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
एक ऐसा दोस्त
एक ऐसा दोस्त
Vandna Thakur
**आजकल के रिश्ते*
**आजकल के रिश्ते*
Harminder Kaur
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
Ranjeet kumar patre
जिंदगी जीने के दो ही फ़ेसले हैं
जिंदगी जीने के दो ही फ़ेसले हैं
Aisha mohan
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
(*खुद से कुछ नया मिलन*)
(*खुद से कुछ नया मिलन*)
Vicky Purohit
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
Keshav kishor Kumar
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
कवि दीपक बवेजा
*जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले*
*जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गुरु अंगद देव
गुरु अंगद देव
कवि रमेशराज
चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों  का गगन था.....
चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों का गगन था.....
दीपक झा रुद्रा
रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa'
रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa'
Vijay kumar Pandey
बुद्ध होने का अर्थ
बुद्ध होने का अर्थ
महेश चन्द्र त्रिपाठी
4289.💐 *पूर्णिका* 💐
4289.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पेड़ पौधे और खुशहाली
पेड़ पौधे और खुशहाली
Mahender Singh
नफ़रत
नफ़रत
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
झरते फूल मोहब्ब्त के
झरते फूल मोहब्ब्त के
Arvina
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
"अनुभूति प्रेम की"
Dr. Kishan tandon kranti
बातों - बातों में छिड़ी,
बातों - बातों में छिड़ी,
sushil sarna
*आया पतझड़ तो मत मानो, यह पेड़ समूचा चला गया (राधेश्यामी छंद
*आया पतझड़ तो मत मानो, यह पेड़ समूचा चला गया (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
श्वान संवाद
श्वान संवाद
Shyam Sundar Subramanian
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
Phool gufran
जमाना तो डरता है, डराता है।
जमाना तो डरता है, डराता है।
Priya princess panwar
“पथ रोके बैठी विपदा”
“पथ रोके बैठी विपदा”
Neeraj kumar Soni
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
अंसार एटवी
"रूप" की गली से आरंभ होकर "नर्क" के गलियारे तक का मर्म बताने
*प्रणय*
पुस्तक विमर्श (समीक्षा )-
पुस्तक विमर्श (समीक्षा )- " साये में धूप "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...