घड़ी
समय को मापती है घड़ी
है ये चीज बहुत बड़ी
आज भी है बहुत ज़रूरी
ये कभी ना रहती खड़ी।।
चलती है घड़ी की सुईयां
मानो चेता रही हो हमें
जैसे बीतते पल कह रहे,
जिंदगी छोटी है हो रही
अभी भी जी लो, हमें।।
रहता नहीं है समय
एक जैसा कभी भी
घड़ी की हर टिक टिक
से बदलता रहता है ये।।
जी लो जिंदगी ये समय
फिर कभी ना आएगा
एक दिन ये समय ही
तुझको भी मिटा जाएगा।।
कलाई पर पहनी हो
या टंगी हो दीवार पर
घड़ी चलती है तो कम
करती है उम्र जिंदगी की
मिली है जो उधार पर।।