घड़ीभर खेल-मेला, छोड़ जानी
घड़ीभर खेल-मेला, छोड़ जानी
बचेगी क्या महब्बत की निशानी
वफ़ा जब रंग बदले आँख मीचे
वफ़ा की तू रचेगा क्या कहानी
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घड़ीभर खेल-मेला, छोड़ जानी
बचेगी क्या महब्बत की निशानी
वफ़ा जब रंग बदले आँख मीचे
वफ़ा की तू रचेगा क्या कहानी
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