Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2020 · 1 min read

गोविंद

क्या करूँ गोविंद….
तुम्हारे बाल रूप का आलिंगन
या तुम्हारे माखन सने मुख का चुम्बन ?
क्या करूँ गोविंद….
तुम्हारे संहार रूप का नमन
या रास रूप का वरण ?
क्या करूँ गोविंद….
तुम्हारे सखा रूप को पाऊँ
या नारायण रुप में रम जाऊँ ?
क्या करूँ गोविंद….
विदूर के घर भोजन परोसूँ
या दुर्वासा बन उदर फेरूँ ?
क्या करूँ गोविंद….
पार्थ की जगह खुद को रख लूँ
या राधा का जनम ले लूँ ?
क्या करूँ गोविंद….
गोपी बन जी लूँ
या गीता का रस पी लूँ ?
क्या करूँ गोविंद….
तुमको खुद में समा लूँ
या मीरा बन तुममें समा जाऊँ ?
क्या करूँ गोविंद….
तुम्हारे हर अवतार को समझने हर युग में आऊँ
या बहेलिये के बाण को रोकने तलवे के आगे लेट जाऊँ ?
क्या करूँ गोविंद….
तुम्ही बताओ
तुमको सवारूँ
कि तुमको निहारूँ ?
तुमको चाहूँ
की तुमको पाऊँ ?
अनगिनत रूप हैं तुम्हारे
मैं किस रूप पर मर जाऊँ ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 24/06/14 )

Language: Hindi
2 Comments · 410 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
वक्त के आगे
वक्त के आगे
Sangeeta Beniwal
मित्रता:समाने शोभते प्रीति।
मित्रता:समाने शोभते प्रीति।
Acharya Rama Nand Mandal
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
gurudeenverma198
मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है,
मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है,
नेताम आर सी
जीवन के कुरुक्षेत्र में,
जीवन के कुरुक्षेत्र में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
Rj Anand Prajapati
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
आत्म मंथन
आत्म मंथन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जिंदगी भर किया इंतजार
जिंदगी भर किया इंतजार
पूर्वार्थ
कभी कभी चाहती हूँ
कभी कभी चाहती हूँ
ruby kumari
"हमदर्द आँखों सा"
Dr. Kishan tandon kranti
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
जीवन सभी का मस्त है
जीवन सभी का मस्त है
Neeraj Agarwal
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे नयनों में जल है।
मेरे नयनों में जल है।
Kumar Kalhans
नश्वर तन को मानता,
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
न शायर हूँ, न ही गायक,
न शायर हूँ, न ही गायक,
Satish Srijan
// तुम सदा खुश रहो //
// तुम सदा खुश रहो //
Shivkumar barman
*प्रकृति-प्रेम*
*प्रकृति-प्रेम*
Dr. Priya Gupta
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
Dr MusafiR BaithA
भाग्य पर अपने
भाग्य पर अपने
Dr fauzia Naseem shad
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
Shweta Soni
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
Saraswati Bajpai
#गुस्ताख़ी_माफ़
#गुस्ताख़ी_माफ़
*प्रणय प्रभात*
23/129.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/129.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
Harminder Kaur
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
हिमांशु Kulshrestha
मेरी  हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
मेरी हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...