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3 Nov 2024 · 1 min read

गोवर्धन

गोवर्धन पर्वत उठा, बचा लिया था गाँव
शीश कालिया नाग पर, थिरक उठे थे पाँव
ऐसे गिरिधर नाथ को,बारम्बार प्रणाम
हटा दुखों की धूप जो,देते सुख की छाँव

डॉ अर्चना गुप्ता
3.11.2024

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