गोवर्धन-तांका
विधा-तांका
गोवर्धन
1
हे गिरिधारी
उठाओ गोवर्धन
दिव्य हो दृष्टि
रुके लिप्सा की वृष्टि
अहं विहीन सृष्टि
2
जय गोपाल
कृषक खुशहाल
गौ संवर्द्धन
पूजित अन्नकूट
प्रकृति संरक्षण
-©नवल किशोर सिंह
विधा-तांका
गोवर्धन
1
हे गिरिधारी
उठाओ गोवर्धन
दिव्य हो दृष्टि
रुके लिप्सा की वृष्टि
अहं विहीन सृष्टि
2
जय गोपाल
कृषक खुशहाल
गौ संवर्द्धन
पूजित अन्नकूट
प्रकृति संरक्षण
-©नवल किशोर सिंह