गोलट
गोलट
प्रतापगढ़ के सम्पन्न किसान रामनारायण के बड़ लडका सत्येन्द्र नारायण सीतामढ़ी के एल के कालेज में बीए राजनीति आनर्स के छात्र रहे।वही कालेज में रायपुर के सम्पन्न किसान शिव प्रताप के बडकी लड़की सुजाता भी बीए राजनीति आनर्स में पढैत रहे।संयोग से दूनू एके सेक्शन में रहे। परीक्षा के तैयारी में नोट्स के लेन देन में दूनू के प्रेम भी बढैत चल गेल।दूनू गोरे कालेज के बाचनालय में राजनीति पर चर्चा भी करे। कालेज के वाद विवाद में भाग भी लेवें। सत्येन्द्र जहां पक्ष में बोले वहां सुजाता विपक्ष में बोले। कोई जीते हारे वोइसे वोकरा प्रेम पर कोई प्रभाव न परे।आ दिनानुदिन प्रेम बढते जाइत रहें। फाइनल परीक्षा में दूनू फर्स्ट क्लास में पास कैलक।
सुजाता आ सत्येन्द्र अब बीपीएससी के तैयारी करे लागल।दो साल बाद सत्येन्द्र बीपीएससी किलियर कैं के एसडीओ पद पर बेगुसराय अनुमंडल में ज्वाइन कै लैलक। सुजाता भी बड़ा खुश रहें। सत्येन्द्र के बधाई आ शुभकामना देलक।वोकरा अपना रिजल्ट पर कोई पछतावा न रहै।
अब सुजाता के बाबू शिवप्रताप के सुजाता के शादी के लेल चिंता सतावे लागल। अब लडका के लेल पता लगाबे लागल।शिव प्रताप के हुनकर दोस्त शास्त्री जी बतलैयन-शिवप्रताप बाबू। अपना जाति में प्रतापगढ़ के रामनारायण बाबू के बड़ लडका सत्येन्द्र प्रताप बीपीएससी कम्पीट क के बेगुसराय अनुमंडल में एसडीओ पद ज्वाइन कैलक।तब शिवप्रताप कहलन-शास्त्री जी कल्ह प्रताप गढ़ चलूं। शास्त्री जी कहलन-हं। नेक काज में देरी न होय के चाही।सर्विसवाला लड़का के लेल अगुआ सभ लुबधल रहै हैय। कहीं दोसर न बाजी मार ले।अइले हम सभ पहिले पहूंचू।
कल्ह सबेरे सात बजे स्कार्पियो से शिवप्रताप, शास्त्री जी, सुजाता के छोट भाई अमरेन्द्र प्रताप,, चाचा कृष्ण प्रताप आ ड्राइवर के साथ प्रतापगढ़ के लेल चललन।दो घंटे में प्रतापगढ़ पहूंच गेलन।संयोग से सत्येन्द्र भी घर पर ही रहत।
रामनारायण बाबू, शिव प्रताप बाबू साथे सभ लोग के खूब आवभगत कैलन। आवभगत से शिव प्रताप खुव खुश रहें।आपस में बातचीत होय लागल।अइ बीच में सत्येन्द्र भी आयल सभ से परनामा पाती भेल। बातचीत में शिव प्रताप के मालूम भेल की सुजाता आ सत्येन्द्र कालेज में बैचमेट रहे। शिवप्रताप आ रामनारायण प्रताप आ बात जान के आश्चर्यचकित आ खुश भेल।
रामनारायण बाबू कहलन-शिवप्रताप बाबू शादी की तैयारी करु। सत्येन्द्र कै मां हमरा सभ बात सुजाता आ सत्येन्द्र के बारे में बता देलन हैय।
तय समय पर सुजाता आ सत्येन्द्र के शादी सम्पन भे गेल।
सुजाता के छोट भाई अमरेन्द्र प्रताप के आना जाना बेगुसराय आ प्रतापगढ़ होय लागल। प्रतापगढ़ में सत्येन्द्र के छोटकी बहन अनिता से अमरेन्द्र के आंखि चार भेल।आ पता लागल कि अनिता सीतामढ़ी के गोयनका कालेज में बीए मनोविज्ञान आनर्स में पढैत हैय। संयोग से अमरेन्द्र वही कालेज में इतिहास आनर्स के छात्र रहे। अब त दूनू बाचनालय में मिलै लागल।प्रेम परवान चढै लागल।
दूनू गोरे बीए आनर्स फर्स्ट क्लास में आयल।दो बर्ष बाद अमरेन्द्र बीपीएससी कम्पीट क के डीएसपी पोस्ट पर मधुबनी अनुमंडल में ज्वाइन कैलक। अनिता भी खुश रहें।अपना लेल कोई मलाल न रहे। अमरेन्द्र के बधाई आ शुभकामना देलक।
अब रामनारायण बाबू के अनिता के शादी के चिंता होय लागल। वो अपना दोस्त राहुल बाबू के बतैलन। राहुल बाबू कहलन-ठीक हम पता लगबै छी। लेकिन इ सभ सुजाता के भाई अमरेन्द्र पर कोई विचार न करैत रहे। और लड़का के पता न चलै।
रामनारायण बाबू चिंतीत रहें। अनिता इ सभ बात धीरे धीरे जाने लागल कि अमरेन्द्र पर कोनो विचार न हो रहल हैय जबकि वो डीएसपी हैय। लेकिन रिश्ता के जंजाल में फसल हैय। कारण कि वो हमरा भाभी के भाई आ हमरा भैया के साला हैय।परंच हम त अमरेन्द्र से प्रेम करै छी। अमरेन्द्र भी हमरा स प्रेम करै छी।
। अनिता पहिले मोबाइल अमरेन्द्र के मोबाइल रिंग कैलक। अमरेन्द्र कहलन-हेलो! अनिता।की बात हैय।
अनिता बोलल-हेलो। बाबू जी हमर शादी करे चाहैत हैय।परंच तोरा पर कोई विचार न करत हैय।जौकि तू डीएसपी जा।तू हमरा भाई के साला छा तै लेल विचार न करै हैय।कि एहन विआह केना होतै।परंच हम त तोरा से प्रेम करै छी।तू हू हमरा से प्रेम करै छा।
अमरेन्द्र बोलल-हेलो। अनिता हम तोरा से बड़ा प्रेम करै छी। लेकिन हमरा तोरा परिवार के रिश्ता जुड़ल है। सावधानी से डील करा।देखा हम इतिहास में मे पढ़ लें छी कि राजा महाराजा के एक दोसर के बहिन से शादी होयत रह लै हैय।वोकरा गोलट शादी कहें छैय।वोइमे देहा दैही नाता रहै छैय।हम वोइ बात है वाह्ट्स एप क दैय छियो।इ सभ बात माय के बताबा।वो बाबू जी के बतैथून।
आइ सांझ में अनिता,अपना माय के सभ बात बतैलक।रात में अनिता रामनारायण बाबू स कहलन-देखू। अनिता अपन भाभी के भाई अमरेन्द्र जी से प्रेम करैत हैय। अमरेन्द्र जी डीएसपी छथिन से अंहा जनबै करै छी। अनिता बतैलक कि राजा महाराजा के शादी एक दोसर के बहिन से होइत रहलै हैय। बिआह होय में कोई दिक्कत न होयत।
रामनारायण बाबू बोललन-बात त ठीक हैय।इ सभ राजा महाराजा में एहन बिआह होइ हैय। लेकिन हम त किसान छी।
अनिता के माय बोललन-त हम सभ कोन कम छी।हमरा परिवार में एसडीओ हैय त समधी के परिवार में डीएसपी हैय।अइ समय में एसडीओ आ डीएसपी राजा महाराजा होइ छैय।
रामनारायण बाबू कहलन-ठीक हैय कल्ह राहुल बाबू स बात करब।
कल्ह होके राहुल बाबू से रामनारायण बाबू से विस्तार से बात कैलन। राहुल बाबू कहलन की ठीके बातकहै छी।कल्ह रायपुर चलूं।
कल्ह सबेरे स्कार्पियो से रामनारायण बाबू, राहुल बाबू,दू गो दयाद में के भतीजा आ ड्राइवर के साथ रायपुर पहूचलन। शिवप्रताप बाबू खूब आवभगत कैलन।
सभ बात विस्तार से रामनारायण बाबू शिवप्रताप बाबू के बतैलन।
शिवप्रताप बाबू कहलन-ठीक हैय। जौं अमरेन्द्र आ अनिता एक दोसर के प्रेम करैत हैय।आ जब राजा महाराजा एक दोसर के बहिन से बिआह करैत रहल हैय।
जेकरा गोलट विआह कहै हैय त अमरेन्द्र आ अनिता के गोलट विआह होतै। अंहा तैयारी करू।
तय समय पर सीतामढ़ी के गोशाला पार्टी जोन में अनिता अमरेन्द्र के गोलट विआह समाज के उपस्थिति में सम्पन्न भे गेल।दूनू परिवार खुब खुश रहें।
स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।