गोमूत्र उपज बढ़ाने का सूत्र
“गोमूत्र उपज बढ़ाने का सूत्र”
जहा गाय के गोबर में जल गोमूत्र का मिश्रण बनें।
उस कृषक के घर पीढ़ियों तक सर्वदा मंगल मनें।।
गोमूत्र,गोबर गाय का,गुड़ और वेसन को मिलाकर।
बढ़ा ले तू उपज फसलों को ये जीवामृत पिलाकर।।
अच्छी फसल उस खेत में जिस खेत ये मिश्रण छनें।
अनाज,फल,सब्जी सभी बिन खाद उपजें ज्यों चनें।।
तभी हम सबके हितैषी केंचुओं की भी बिगड़ी बनें।
“गो”धन के उपयोग अगणित पुण्य फल भी हैं घनें।।
गोमूत्र, गोबर से ही तो “इथिलीन ऑक्साइड” बनें।
शल्य चिकित्सा कक्ष में भी यह गैस सहयोगी बनें।।
प्रोपिलीनऑक्साइड के जननी-जनक गोमूत्र-गोबर।
यदि ना बने ये गैस तो बादल भी ना हों दृष्टिगोचर।।
कार्बोनिक,यूरिक एसिड,कॉपर,करक्यूमीन,यूरिया ।
फास्फोरस,सोडियम,फॉस्फेट,पोटैशियम भरपूरिया।