गोपालदास नीरज
अंदाज़े फन
‘ए भाई, जरा देखके चलो….
आगे भी,
पीछे भी,
बायें भी,
दायें भी….’
विदा हो गए कवि सम्राट !
गोपालदास नीरज-
न जन्म कुछ, न मृत्यु कुछ,
कि इतनी सी बस ये बात है;
किसी की आँख खुल गई
किसी को नींद आ गई ।
सादर श्रद्धांजलि !
अंदाज़े फन
‘ए भाई, जरा देखके चलो….
आगे भी,
पीछे भी,
बायें भी,
दायें भी….’
विदा हो गए कवि सम्राट !
गोपालदास नीरज-
न जन्म कुछ, न मृत्यु कुछ,
कि इतनी सी बस ये बात है;
किसी की आँख खुल गई
किसी को नींद आ गई ।
सादर श्रद्धांजलि !