Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2024 · 1 min read

गैरों की भीड़ में, अपनों को तलाशते थे, ख्वाबों के आसमां में,

गैरों की भीड़ में, अपनों को तलाशते थे, ख्वाबों के आसमां में, हकीकत को भुलाते थे।
दिल ने ही चुनी थी ये राहें, सच्चाई की तलाश में, झूठ के जाल में फंसते रहे, खुद को ही समझाते थे।
अब न राह भटकेंगे, न किसी के झूठ में फंसेंगे, अपने ही दिल की सुनेंगे, और खुद को ही अपनाएंगे।
सच की राह पर चलेंगे, सपनों को हकीकत बनाएंगे, धोकेबाजों के शहर में, ईमानदारी का दीप जलाएंगे।
अपनी गलतियों से सीखेंगे, फिर से न दोहराएंगे, हर कठिनाई को पार करेंगे, और मंजिल तक पहुँच जाएंगे।
वक्त की मार को सहेंगे, हर दर्द को मुस्कान में ढालेंगे, हमारा हौंसला न टूटेगा, हम फिर से खड़े हो जाएंगे।
कहानी यहाँ खत्म नहीं होगी, ये तो बस एक शुरुआत है, हमारी मेहनत और सच्चाई से, मिलेगी हर मंज़िल की सौगात है।

30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
Sahil Ahmad
जन्माष्टमी
जन्माष्टमी
लक्ष्मी सिंह
अल्फाज (कविता)
अल्फाज (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
करवाचौथ
करवाचौथ
Satish Srijan
मॉर्निंग वॉक
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
#आज_का_सबक़
#आज_का_सबक़
*प्रणय प्रभात*
If you have someone who genuinely cares about you, respects
If you have someone who genuinely cares about you, respects
पूर्वार्थ
प्रतिशोध
प्रतिशोध
Shyam Sundar Subramanian
वृंदावन की कुंज गलियां
वृंदावन की कुंज गलियां
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
स्थिरप्रज्ञ
स्थिरप्रज्ञ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
क्षितिज
क्षितिज
Dr. Kishan tandon kranti
नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गाजी की सातवीं शक्ति देवी कालरात्
नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गाजी की सातवीं शक्ति देवी कालरात्
Shashi kala vyas
कर्मवीर भारत...
कर्मवीर भारत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
वन्दे मातरम्
वन्दे मातरम्
Vandana Namdev
।। श्री सत्यनारायण ब़त कथा महात्तम।।
।। श्री सत्यनारायण ब़त कथा महात्तम।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
2686.*पूर्णिका*
2686.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
.........,
.........,
शेखर सिंह
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
Bhupendra Rawat
जिसको भी चाहा तुमने साथी बनाना
जिसको भी चाहा तुमने साथी बनाना
gurudeenverma198
पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा।
पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा।
सत्य कुमार प्रेमी
कविता
कविता
sushil sarna
FOR THE TREE
FOR THE TREE
SURYA PRAKASH SHARMA
सफलता की फसल सींचने को
सफलता की फसल सींचने को
Sunil Maheshwari
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
Dheerja Sharma
प्रोटोकॉल
प्रोटोकॉल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...