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12 Aug 2021 · 1 min read

गेंद अपने पाले में

घर की कैद भी
अच्छी नहीं लगती पर
घर से बाहर निकलो तो भी
हर तरफ
भीड़भाड़ और धक्के हैं
घूमघामकर फिर
गेंद अपने पाले में आ जाती है
थोड़ा सा मन को और
समझाया जाये
बिना बात के
घर से बाहर निकलकर
बिना कुछ किये
घर वापिस लौट आना
कोई समझदारी नहीं
घर में कुछ उपयोगी करके ही
समय का सदुपयोग किया जाये तो
इस सोच के क्रियान्वयन में ही
थोड़ी बहुत अक्लमंदी है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 246 Views
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