Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 1 min read

गुस्सा

गुस्सा
कोई बात ऐसी होती है, जिसकी वजह हम जान नहीं पाते
जो हालात होते हैं हमारे सामने
उनको हम समझ नहीं पाते

लोगों का व्यवहार बदलता है और बदल जाती है उनकी बातें
बस इसी परिस्थिति को हम संभाल नहीं पाते

कोई अपना बनकर बातों के घाव दे जाता है
मन का सुकून और दिल का चैन ले जाता है

सहने वाले भी कमाल का हुनर रखते हैं
वो तो सह लेते हैं बहुत सी बातें जो कहने वाले कह देते हैं

गुस्सा कब सवार होता है, जब कोई अपना पीठ पीछे वार करता है
बुनता है वो जाल चालसाजी के और नफरतों का स्वाद चखता है

तब ये गुस्सा उसके स्वार्थ पर नहीं अपने आप पर आता है
ना जाने क्यों दिल उसकी छोटी से छोटी तकलीफ पर भी भर आता है

आखिर क्यों लोगों जैसा नहीं बन पाते हैं
क्यों उनके जैसा व्यवहार नहीं रख पाते हैं
बदलते रहते हैं रंग उनके जैसे मौसम बदल रहा हो
आखिर क्यों हम अपने आप को बदल नहीं पाते
और क्यों अपनी भावनाओं को समझ नहीं पाते।

रेखा खिंची ✍️✍️

Language: Hindi
86 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
Shweta Soni
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
आकाश महेशपुरी
किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो ....
किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो ....
seema sharma
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
Rj Anand Prajapati
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
*प्रणय प्रभात*
Loving someone you don’t see everyday is not a bad thing. It
Loving someone you don’t see everyday is not a bad thing. It
पूर्वार्थ
आज का युद्ध, ख़ुद के ही विरुद्ध है
आज का युद्ध, ख़ुद के ही विरुद्ध है
Sonam Puneet Dubey
ज़िंदगी के सवाल का
ज़िंदगी के सवाल का
Dr fauzia Naseem shad
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
Shekhar Chandra Mitra
"सच्ची मोहब्बत के बगैर"
Dr. Kishan tandon kranti
माता रानी दर्श का
माता रानी दर्श का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
गरीबों की जिंदगी
गरीबों की जिंदगी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
एक कहानी है, जो अधूरी है
एक कहानी है, जो अधूरी है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"सत्य अमर है"
Ekta chitrangini
मौत का क्या भरोसा
मौत का क्या भरोसा
Ram Krishan Rastogi
सरकार~
सरकार~
दिनेश एल० "जैहिंद"
*कुल मिलाकर आदमी मजदूर है*
*कुल मिलाकर आदमी मजदूर है*
sudhir kumar
याद आती है
याद आती है
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मेरी माँ
मेरी माँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
Neelam Sharma
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
Neeraj Agarwal
*आओ खेलें खेल को, खेल-भावना संग (कुंडलिया)*
*आओ खेलें खेल को, खेल-भावना संग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Dilemmas can sometimes be as perfect as perfectly you dwell
Dilemmas can sometimes be as perfect as perfectly you dwell
Sukoon
मानव पहले जान ले,तू जीवन  का सार
मानव पहले जान ले,तू जीवन का सार
Dr Archana Gupta
अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
Meenakshi Masoom
रंग रंगीली होली आई
रंग रंगीली होली आई
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मेरा हाथ
मेरा हाथ
Dr.Priya Soni Khare
वातायन के खोलती,
वातायन के खोलती,
sushil sarna
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
Suryakant Dwivedi
Loading...