गुलाब की दास्तां
गुलाब का फूल ,
काँटो के बीच पलता-बढ़ता और पनपता है ,
सुंदरता और सुगंध से सारा गुल महकाता है ।
सभी के मन को भाता है …
सीख यही दे जाता है ..
पढो -लिखो, खेलो -बढो,
जीवन की मुश्किल डगर में गुलाब की भांति ,
कांटे रूपी मुश्किलों का सामना कर आगे बढ़ो,
जीवन की डगर गुलाब की भाँति है ।
जो मुश्किलों को पार करता है,
वही सही मायने में शीर्ष पर पहुँच कर खिलता है ।
स्वयं तो अपनी कामयाबी से महकता है,
दूसरों को भी महकाता है ।
यहीं है गुलाब ओर इंसा की कहानी ,
कुछ अनकही -अनसुनी …..