“गुलाबी”
तेरा दिन और रात गुलाबी
तेरी तो हर बात गुलाबी
आंखों के तेरे रंग गुलाबी
तेरा तो हर अंग गुलाबी,
चेहरे के जज़्बात गुलाबी
तेरी हर मुलाकात गुलाबी
होंठों का तेरे रंग गुलाबी
जीने का हर ढंग गुलाबी,
चाल गुलाबी गाल गुलाबी
अदायें तेरी कमाल गुलाबी,
अधरो की मुस्कान गुलाबी
बाली कुंडल कान गुलाबी,
चेहरे की तेरी चमक गुलाबी
खनखन तेरी चहक गुलाबी
हवा जो छूकर तुझको आये
फैले हवा में महक गुलाबी,
आंखों का तेरे नशा गुलाबी
बहकी बहकी अदा गुलाबी
चहकी चहकी हवा गुलाबी
महकी महकी फिज़ा गुलाबी
नज़र तेरी जिस ओर भी जाए
रंगत हो उस ओर गुलाबी,