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7 Aug 2021 · 1 min read

गुलमोहर के दो पेड़

गुलमोहर के
दो पेड़
आमने सामने
दो कोनों में लगे हुए
कभी हमारे घर में भी थे
अब सड़क के उस पार
एक दूसरे से थोड़ी दूरी पर
खड़े दिखते हैं
कभी अब जो नहीं हैं
उनके फूलों की खूबसूरती को देखकर ही
हमारे घर के सामने किसी ने लगाये
होंगे
अब हमारे तो नहीं हैं पर
उनके घरों में हैं
हमारे घर से वह दिखते हैं
उन्हें देख मुझे अपने
गुलमोहर के पेड़ याद आ जाते हैं
ऐसा लगता है मुझे
कभी कभी कि जैसे
मेरी कल्पना और
मेरे ही घर के दोनों गुलमोहर के
पेड़ों को
कोई मुझसे छीनकर
चुराकर ले गया
अपने घर को सजाने के लिए।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 308 Views
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