गुरु-पूर्णिमा पर…!!
प्रथम नमन प्रभु-चरणों में,
जो है जग आधार,
द्वितीय नमन माता-पिता,
दिखाया यह संसार।
वंदन माँ शारदे व गुरुजन,
दी शक्ति कलम-अपार,
नमस्कार संबंधी, स्नेहीजन,
दिया स्नेह-अपार।।
रचनाकार :- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत) ।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार) ।
दिनांक :- २५/०६/२०१७.