गुरु वंदना
गुरुवर के चरणो, में वंदन हम करते है।
है जनमदिवस, पावन अभिनन्दन करते है ॥
संकट और दुख भय ने
जब हमें सताया है ।
हमें ज्ञान दिया गुरुवर
सतमार्ग है ॥ 1 ॥ गुरुवर के चरणो ……
हम भटक गए गुरुवर,
हमे कुछ ऐसा वर दो ।
हम सबका मन हर लें,
मन को पावन कर दो ॥ 2 ॥गुरुवर के चरणो ……
माला अनुशासन की,
आदर्श के मोती है ।
विद्यालय वही पावन,
जहाँ गुरु पूजा होती है ॥ 3 ॥गुरुवर के चरणो ……
स्वीकार करो गुरुवर,
मन की अभिलाषा है।
कभी आप विमुख न हो,
बस इतनी सी आशा है ॥ 4 ॥गुरुवर के चरणो ……
स्वरचित
तरुण सिंह पवार