गुरु छात्रों को आथिर्क महत्व बताये।
आज हम अपने बच्चों को यह बताना चाहिए कि हम पैसों को कैसे खर्च करें।यह आज के छात्र नही जानते हैं। उन्हें प्रायमरी कक्षा से ही आर्थिक महत्व बताना पढ़ाई में शामिल किया जाना चाहिए। क्योंकि आज के छात्र फिजूल खर्च बहुत करते हैं।
उन्हें अपने धन का उपयोग करना मालूम नहीं है। आजकल के माता-पिता भी अपनी भावुकता में आकर बच्चों को मन चाहा पैसे दे देते हैं। और कभी फिर उस पैसों का हिसाब नहीं मांगते हैं। फिर माता-पिता सही समय पर निर्णय लेने में असमर्थ हो जातें हैं। और फिर बच्चे भटक जाते हैं। उन्हें पैसों का दुर उपयोग न कर सके।यह बताये, और धन को कैसे कमाया जा सकता है।यह भी बताना चाहिए।गलत रास्ते पर चल कर कभी भी धन न कमाया जाते।यह हम अपने बच्चों को जरुर बताएं नहीं तो बाद में बहुत पछताना पड़ेगा।जब समय निकल जायेगा तो फिर निर्णय लेने से क्या फायदा।