गुरु को प्रणाम
करे जीवन को साकार रूप प्रदत्त का काम
पत्थर से मानव को तराशे दे नगीना नाम
कभी मृदुल, कभी कठोर स्वरुप अपनाकर
इंसानियत पाठ पढ़ा दे ऐसे गुरु को प्रणाम !!
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______डी. के. निवातियाँ ______
करे जीवन को साकार रूप प्रदत्त का काम
पत्थर से मानव को तराशे दे नगीना नाम
कभी मृदुल, कभी कठोर स्वरुप अपनाकर
इंसानियत पाठ पढ़ा दे ऐसे गुरु को प्रणाम !!
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______डी. के. निवातियाँ ______