गुरु की महिमा –आर के रस्तोगी
गुरु बिन न ज्ञान होत है,गुरु बिन न कोई समान |
गुरु बिन मार्ग दिखत है,गुरु बिन बढे न कोई शान ||
गुरु ज्ञान की बेल है,बाकी सब है कंटीली बेल |
ये ऊपर ले जायेगी,बाकी हो जायेगी सब फेल ||
गुरु की नित वंदन करो,हर दिन है गुरुवार |
गुरु ही देता शिष्य को अच्छे अचार विचार ||
गुरु से बड़ा कोई नहीं,उसके कोई न समान |
भगवान ने भी शिक्षा ली,गुरु वशिष्ठ से ज्ञान ||
गुरु के स्पर्श से,लोहा भी बने पारस समान |
गुरु ज्ञान की खान है,बाकी सब धूलि समान ||
गुरु ग्रंथो का सार है,गुरु ही है प्रभु का नाम |
गुरु ज्ञान की ज्योति है,गुरु ही है चारो धाम ||
गुरु अन्धकार से खीच कर मन में भरे प्रकाश |
ज्ञान का पानी पिलाकर,शिष्य की बुझाये प्यास ||
गुरु की कृपा जिस पर हो,हो जाते पूरन काम |
गुरु के सेवा करते ही,हो जाता है ब्रह्म ज्ञान ||
आर के रस्तोगी
पालम विहार गुरुग्राम
मो 9971006425