गुरुघासीदास जी
पंथी गीत:सत ज्ञानी बनो जी
सतधारी बनो जी ….2
सत ज्ञानी बनो जी …….2
ज्ञान ल पाके ……
गुरुज्ञानी बनो जी ।
चरण कुंड ला संगी,देखे चला जाबो जी …
देखे चला जाबो…… 2
पाप के धुर्रा ल ,पानी म बहाबो जी…
पानी म बहाबो ……..2
सतधारी बनो जी………
अमृत कुंड ल संगी,देखे चला जाबो जी
देखे चला जाबो…….2
अमृत कुंड के पानी पीके,पियास ल बुझाबो जी…
पियास ल बुझाबो…..2
सतधारी बनो जी……..
छाता पहाड़ ल संगी, देखे चला जाबो जी….
देखे चला जाबो ……2
गुरु बाबा के चरन म, माथे ल नवाबो जी
माथे ल नवाबो …..2
सतधारी बनो जी ….2
सत ज्ञानी बनो जी ……2
ज्ञान ल पाके ,
गुरु ज्ञानी बनो जी…….
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रचनाकार- डिजेंद्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभावना , बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. 8120587822