गुमशुदा लोग
वह लोग,
जो बार–बार विलिन होता हैं,
दुसरे के छाया मे,
जब वह खडा होता हैं,
खुद गुमशुदा बन जाता हैं ।
वह लोग,
जो खुद छाया नही बन पाता है,
खुद के छाया के लिए लिए तो,
धूप मे खुद को खडा रहना पडता हैं,
ऐसा न करने पर वह विलिन होता हैं ।
वह लोग,
जो धरातल भूल जात है,
आकाश बेली बनने के लिए,
जोड से खुद को फैलाता है,
तब भी वह अपने को गुमशुदा बनाता है ।