“गुमनाम जिन्दगी ”
“गुमनाम जिन्दगी ”
हम तो अज्ञात रहकर अपनी कहानी लिखते हैं,
सिर्फ खुद के लिए जीने का अद्वितीय तरीका चुनते हैं।
गुमनाम जिन्दगी में छुपे हैं अनगिनत सबके सपने,
जो नभ को छूने के लिए विचारों के पंख चुनते हैं।।
“पुष्पराज फूलदास अनंत”
“गुमनाम जिन्दगी ”
हम तो अज्ञात रहकर अपनी कहानी लिखते हैं,
सिर्फ खुद के लिए जीने का अद्वितीय तरीका चुनते हैं।
गुमनाम जिन्दगी में छुपे हैं अनगिनत सबके सपने,
जो नभ को छूने के लिए विचारों के पंख चुनते हैं।।
“पुष्पराज फूलदास अनंत”