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19 Aug 2021 · 1 min read

गुनी

ज्ञानी से भी बढ़ा है निरक्षर
तौल जरा अब देखो हर आखर
पढ़ा नहीं पर है वो बहुत गुनी
आता जब अपनी तो है खन्जर

कहे सभी साक्षर हो जाएँ हम
पढ़ कर दो अक्षर सीख पाये हम
भास तब ही बुरे -भले का होगा
विकास भारत का कर पाये हम

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
78 Likes · 1 Comment · 421 Views
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