गुड मॉर्निंग….
गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग,
उठ जाओ डार्लिंग ,उठ जाओ डार्लिंग,
देखो सूरज छत पर आया,
सुहावनी नव भौर लाया,
सुनो पक्षियों की चहचाहट,
गलियों में बच्चों की आहट,
आँगन में खिल उठे फूल ,
देखो कली बन गए हर शूल,
बह रही है हवा ठंडी ठंडी ,
चहल पहल से खिली पगडंडी,
सब जन टहल रहे बाहर,
धूल धुँए का भी नही जहर,
क्यों आलस्य में तुम सोए हो ?
क्यों जग से इतने खोए हो ?
उठ जाओ, उठ जाओ,
अपनी नींद को भगाओ,
आँखे खोलकर देखो जहान,
भौर खड़ी है लेकर मुस्कान,
भौरें भी कर रहे हैं गुंजन ,
देखो प्रकृति भी है प्रसन्न,
गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग गुड मोर्निंग,
उठ जाओ डार्लिंग उठ जाओ डार्लिंग,