गुज़ारिश
आप दुआ-सलाम
लेते रहिएगा
हमें अपना पयाम
देते रहिएगा…
(१)
ज़िंदगी में और
है ही क्या साहब
नेकियां तमाम
करते रहिएगा…
(२)
वैसे तो यहां
बेकार ही हम
फिर भी हमसे काम
लेते रहिएगा…
(३)
जान-पहचान के
लोगों में अपने
ज़रा मेरा भी नाम
लेते रहिएगा…
(४)
जुल्मतों में इनसे
रोशनी मिलेगी
यादों के सामान
देते रहिएगा…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#romanticshayri