गुज़रा हुआ वक्त
गुजरा हुआ वक्त,कब आता है दोबारा।
हो सके तो कद्र कर ले इसकी तू यारा।
ऐसे ऐसे सबक ये , जीवन में दे जाये
जो न समझे इसको ,वो अंत पछताये।
गुज़रे वक्त की इंसां अगर समझे कीमत
अपने हर मसले को , जल्दी करे सीमित।
गुजरा वक्त सिखला दे समय की करो कद्र
कुछ फैसला लेने से पहले पीछे फेरो नज़र।
अच्छे काम करके कुछ , पुण्य तुम कमा लो
अपनी सूझबूझ से ,धरती पर स्वर्ग बना लो।
सुरिंदर कौर