गीत
चयनित मुख्य शब्द-बोले- कहा, सांस, पलकें,झूकी,उठी,
पर्यायवाची-हौले- धीरे, मद्धम,धीमे,दबी दबी- हल्के से, धीरे से, बिना बोले-अमूक, चुप,आंख-नयन, नज़र, निगाह,रब- मौला,वक्त – ग़ज़र,ख्वाब- सपना स्वप्न,
मूल शब्द भेद-कुल शब्द- सलाम, सलामत,सरल, सनम, पास-पाना,पागलपन
दिन के बाद रात का भी आता है सुन,पहर धीरे धीरे
नीलम किस्मत की भी बदलेगी गज़र-ए- सहर धीरे धीरे।
हमपर भी कर नज़रें करम मौला, चाहे फिर कर धीरे-धीरे
मेरे ख्वाबों को भी लगा, रहमतों के पंख और पर धीरे धीरे।
माना कि अमूक है खामोश है और चुपचाप फिज़ा।
नयनों की बोली तेरी, देती है सहमति और रज़ा।
सनम लेलो सलाम मुहब्बत का,जब तक सलामत हैं हम
पार पाना है कठिन चाहत में,है फकत दिवानगी-पागलपन।
होले होले से बहुत कुछ बदला और हम भी बदल रहे हैं सनम,
लोग भी,रिश्ते भी, दुनिया भी और खुदा संग खैर-ए-मखदम।
धीमी सी सांसें हुई और हुई धड़कनें भी मद्धम मद्धम
पलकें झुककर जो उठीं नीलम,हुए होश भी फिर गुम।
नीलम शर्मा