Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2024 · 1 min read

गीत

गीत (विष्णु पद छंद)

भारत की गौरव गाथा को,हम अब गायेंगे।
वीरों के बलिदान दिवस पर,ध्वज फहराएंगे।।

राष्ट्र प्रेम जिनके रग रग में,वे अमर्त्य होते।
मातृ भूमि में सदा शौर्य के,सहज बीज बोते।।
देश भक्ति की अमर कहानी,नित्य सुनाएंगे।
वीरों के बलिदान दिवस पर,ध्वज फहराएंगे।।

जो शहीद हो गये आज हैं,स्मृति में वे छाये।
दुश्मन दल को मार गिराने,को ही वे आये।।
इन्हीं सपूतों की वेदी पर,शीश झुकाएंगे।
वीरों के बलिदान दिवस पर,ध्वज फहराएंगे।।

मात पिता ने जन्म दिया था,अरु पोषा पाला।
किया राष्ट्र को भेंट पुत्र को, भरा जोश हाला।।
सदा राष्ट्र की रक्षा करते,जो मिट जाएंगे।
वीरों के बलिदान दिवस पर,ध्वज फहराएंगे।।

सिर्फ देश के हित में लड़ता, सदा वीर दानी।
वही राष्ट्र का नायक होता,महा पुरुष ज्ञानी।।
ऐसे महा वीर का वन्दन,नित्य कराएंगे।
वीरों के बलिदान दिवस पर,ध्वज फहराएंगे।।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

47 Views

You may also like these posts

अद्भुद भारत देश
अद्भुद भारत देश
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
गर्दिश का माहौल कहां किसी का किरदार बताता है.
गर्दिश का माहौल कहां किसी का किरदार बताता है.
डॉ. दीपक बवेजा
आधार छन्द-
आधार छन्द- "सीता" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगा (15 वर्ण) पिंगल सूत्र- र त म य र
Neelam Sharma
अक्सर....
अक्सर....
हिमांशु Kulshrestha
The Philosophy of Self and the Eternal Bondage of Selflessness of the Soul
The Philosophy of Self and the Eternal Bondage of Selflessness of the Soul
Shyam Sundar Subramanian
"नंगे पाँव"
Pushpraj Anant
बह्र ....2122  2122  2122  212
बह्र ....2122 2122 2122 212
Neelofar Khan
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
Neeraj Agarwal
रंग तिरंगे के छाएं
रंग तिरंगे के छाएं
श्रीकृष्ण शुक्ल
मैं बनती अभिमान
मैं बनती अभिमान
indu parashar
शिक्षा और अबूजा
शिक्षा और अबूजा
Shashi Mahajan
बेतरतीब
बेतरतीब
Dr. Kishan tandon kranti
अपना ये गणतंत्र
अपना ये गणतंत्र
RAMESH SHARMA
🙅ताज़ा सुझाव🙅
🙅ताज़ा सुझाव🙅
*प्रणय*
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
Abhishek Soni
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
- तुमसे प्यार हुआ -
- तुमसे प्यार हुआ -
bharat gehlot
मंजिल की तलाश जारी है कब तक मुझसे बचकर चलेगी तू ।
मंजिल की तलाश जारी है कब तक मुझसे बचकर चलेगी तू ।
Phool gufran
खिले फूलों में तुम्हें ,
खिले फूलों में तुम्हें ,
रुपेश कुमार
सिद्धार्थ
सिद्धार्थ "बुद्ध" हुए
ruby kumari
वक्त सबको पहचानने की काबिलियत देता है,
वक्त सबको पहचानने की काबिलियत देता है,
Jogendar singh
हवा,धरती,पानी और आग की सीख
हवा,धरती,पानी और आग की सीख
Anil Kumar Mishra
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
सत्य कुमार प्रेमी
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
23/170.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/170.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रमणीय प्रेयसी
रमणीय प्रेयसी
Pratibha Pandey
नील पदम् के दोहे
नील पदम् के दोहे
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
Bhupendra Rawat
तेरी मेरी यारी
तेरी मेरी यारी
Rekha khichi
Loading...