गीत- ये हिंदुस्तान की धरती…
ये हिंदुस्तान की धरती हमें प्राणों से प्यारी है।
यही माता हमारी है यही पूजा हमारी है।।
सजाएँगे सराहेंगे बिठा पलकों पे झूमेंगे।
वतन सेवा करें ऐसी मिलेगी मौत चूमेंगे।
यही इज़्ज़त यही है आरज़ू नेहमत ख़ुमारी है।
यही माता हमारी है यही पूजा हमारी है।।
बने दुश्मन कोई अपना निभाएंगे अदावत भी।
बनेगा दोस्त जो अपना उसे दें प्यार दावत भी।
वतन सम्मान करने में लगे शोहरत सँवारी है।
यही माता हमारी है यही पूजा हमारी है।।
शहीदों की चिताओं पर करें सदका मुहब्बत से।
दी आज़ादी हमें लुटकर जिन्होंने देश उल्फ़त से।
इबारत की अमानत भी लियाकत से निखारी है।
यही माता हमारी है यही पूजा हमारी है।।
आर. एस. ‘प्रीतम’