गीत- नज़र को भा गये जानां
नज़र को भा गये जानां तुझे दिल ने पुकारा है।
मेरी तू है तेरा मैं हूँ यही सच है सहारा है।।
मिले जो प्यार की दौलत वो ठुकराई नहीं जाती।
लिखी जो रूह ने उल्फ़त वो झुठलाई नहीं जाती।
यहाँ विश्वास का मोती चमक भरता सितारा है।
मेरा तू है तेरा मैं हूँ यही सच है सहारा है।।
तेरी हर बात मीठी है तुझे कैसे भुलाऊँ मैं।
बनाकर हार तुझको सुन गले से हँस लगाऊँ मैं।
तुम्हारे रूप का मंज़र तो सबसे प्रिय नज़ारा है।
मेरा तू है तेरा मैं हूँ यही सच है सहारा है।।
हमारा साथ बू-फूलों सरिस ‘प्रीतम’ रहे हरपल।
हमारा आज सुंदर है बने अद्भुत हमारा कल।
मुझे तुमने तुझे मैंने सुनो दिल में उतारा है।
मेरा तू है तेरा मैं हूँ यही सच है सहारा है।।
आर. एस. ‘प्रीतम’