गीत- जताकर प्यार दिल से तू…
जताकर प्यार दिल से तू ज़रा कर प्यार की बातें।
तेरे ही मन समाएंगी अदब उपकार की बातें।।
किसी की राह के काँटें हटा इंसान ही सकता।
किसी भटके को मंज़िल से मिला इंसान ही सकता।
वही इंसान होता जो करे संस्कार की बातें।
तेरे ही मन समाएंगी अदब उपकार की बातें।।
जले जो और से हरपल करे चुगली हमेशा ही।
बुरा था वो बुरा है वो रहे नकली हमेशा ही।
चला करती हमेशा ही सुनो व्यवहार की बातें।
तेरे ही मन समाएंगी अदब उपकार की बातें।।
कपट की जीत से अच्छी सही की हार है प्यारी।
मिले सच से वही दौलत खिली समझो कि फुलवारी।
कहे ‘प्रीतम’ करो यारों बड़े क़िरदार की बातें।
तेरे ही मन समाएंगी अदब उपकार की बातें।।
आर.एस. ‘प्रीतम’