गीत- उसी को वोट डालो तुम
उसी को वोट डालो तुम लिए मुद्दे सुहाने जो।
भुला दो अब उसे बाँटे सुना छल के फ़साने जो।।
बढ़ी बेरोजगारी जो मिटाए वोट दो उसको।
दे शिक्षा और मँहगाई रोके वोट दो उसको।
हराओ धर्म के झूठे यहाँ गाए तराने जो।
भुला दो अब उसे बाँटे सुना छल के फ़साने जो।।
चिकित्सा की जो दे सुविधा सुरक्षा की करे बातें।
खड़ा हो देशहित में जो रचे मधुमास दिन रातें।
लुटाओ प्यार उसपर तुम हँसी के दे ख़ज़ाने जो।
भुला दो अब उसे बाँटे सुना छल के फ़साने जो।।
बनो इंसान छोड़ो भेद करना तुम सभी अपने।
हो अपनापन वहाँ होते सुनो पूरे सभी सपने।
उसे दो वोट ‘प्रीतम’ तुम चला सच को निभाने जो।
भुला दो अब उसे बाँटे सुना छल के फ़साने जो।।
आर. एस. ‘प्रीतम’