गीत- अदाएँ लाख हैं तेरी…
अदाएँ लाख हैं तेरी अकेला दिल ये दीवाना।
फ़िदा तुमपर हुआ है दिल बना गाफ़िल ये दीवाना।।
घनी ज़ुल्फ़ें घटा बनकर लुटाएँ प्यार का हैं जल।
निग़ाहें नूर का दर्पण दिखाएँ ख़ूबसूरत कल।
गुलाबी लब कहें तेरे सुने बातिल ये दीवाना।
फ़िदा तुमपर हुआ है दिल बना गाफ़िल ये दीवाना।।
ये चिकने गाल फ़ूलों-से बनाएं यार को कोमल।
मधुर बातें तिरी जानां जिगर दिल को करें घायल।
तेरे इस हुस्न का जानां हृदय निश्छल ये दीवाना।
फ़िदा तुमपर हुआ है दिल बना गाफ़िल ये दीवाना।।
हमेशा याद करती हो मेरी छींकें बताती हैं।
क़सम से हिचकियां मुझको बहुत ‘प्रीतम’ कि आती हैं।
मिले मौका कि संभाले तेरा आंचल ये दीवाना।
फ़िदा तुमपर हुआ है दिल बना गाफ़िल ये दीवाना।।
आर.एस. ‘प्रीतम’