गीतिका
मापनी:2122 2222 2222 2
—————————
आज कल ख़ुद से मैं, नाराज रहा करता हूँ।
शान्त रह दिल से, दिल की बात कहा करता हू।
वक्त के संग मैने दोस्ती, कर ली है यूँ ही,
हाल जैसे भी हों खुशहाल, रहा करता हूँ।
मापनी:2122 2222 2222 2
—————————
आज कल ख़ुद से मैं, नाराज रहा करता हूँ।
शान्त रह दिल से, दिल की बात कहा करता हू।
वक्त के संग मैने दोस्ती, कर ली है यूँ ही,
हाल जैसे भी हों खुशहाल, रहा करता हूँ।