गिरधर की मीरा प्यारी
* गिरधर की मीरा प्यारी *
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गिरधर की है मीरा प्यारी।
लगन लागी मोहन सारी।
प्रेम मगन हो ऐसे डूबी,
प्रीत रीत में खुद को भूली।
चढ़ी अजब इश्क खुमारी।
गिरधर की है मीरा प्यारी।
ममता-माया रिश्ते त्यागे,
भक्ति में वो दिन रात जागे,
खोई – सोई – रोयी भारी।
गिरधर की है मीरा प्यारी।
जहरी-प्याला मीरा पीया,
हरपल संग गिरधारी जिया,
दर-दर भटकी मीरा मारी।
गिरधर की है मीरा प्यारी।
पति-परमेश्वर कृष्ण माना,
घर – संसार हुआ बेगाना,
जीवन-लीला मीरा हारी।
गिरधर की है मीरा प्यारी।
मनसीरत मीरा की भक्ति,
साधू-संगत प्रभु की शक्ति,
मीरा लीला सब से न्यारी।
गिरधर की है मीरा प्यारी।
गिरधर की है मीरा प्यारी।
लगन लागी मोहन सारी।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)