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14 Jun 2022 · 1 min read

*गिरगिट के हैं लगते यार नेताजी (मुक्तक)*

गिरगिट के हैं लगते यार नेताजी (मुक्तक)
—————————————
हमेशा से ही गिरगिट के हैं ,लगते यार नेताजी
पदों से सिर्फ जीवन में हैं ,करते प्यार नेताजी
कभी इस दल कभी उस दल में,यह जाते ही रहते हैं
न टिक कर बैठते हैं दल में ,दिन दो-चार नेताजी
————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
89 Views
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