Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2024 · 1 min read

गिनती

गिनती

एक था शेर, जंगल का राजा
छैल छबीला, खूब मोटा तगड़ा।
दो हाथी थे उसके दरबान
समझदार और बड़े बलवान ।
तीन उसके मंत्री थे भालू
भोली सूरत पर खूब चालू ।
चार चतुर बन्दर थे उसके दूत
करते रहते हरदम उछलकूद।
पाँच कबूतर करते खोज
नए-नए खबर लाते रोज।
छः चीते थे उसके दोस्त
रोज पकाते ताजा गोस्त।
सात सियार उसके ख़ास
रहते हर पल उसके पास।
आठ तेंदुए थे महाज्ञानी
करने न दें किसी को मनमानी।
नौ गीदड़ थे बड़े बदमाश
वे रहते थे हमेशा उदास।
दस अजगर थे एकदम बेकार
करता न कोई उनका सत्कार।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

161 Views

You may also like these posts

आसाराम बापू पर एक कविता / मुसाफ़िर बैठा
आसाराम बापू पर एक कविता / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
2860.*पूर्णिका*
2860.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
सभ्यता
सभ्यता
Rambali Mishra
"तुम कब तक मुझे चाहोगे"
Ajit Kumar "Karn"
शिक्षक श्री कृष्ण
शिक्षक श्री कृष्ण
Om Prakash Nautiyal
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
Sukeshini Budhawne
" तोहफा "
Dr. Kishan tandon kranti
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
Er.Navaneet R Shandily
दुनिया में फकीरों को
दुनिया में फकीरों को
Manoj Shrivastava
कैलाश मानसरोवर यात्रा (पुस्तक समीक्षा)
कैलाश मानसरोवर यात्रा (पुस्तक समीक्षा)
Ravi Prakash
फ़िक्र
फ़िक्र
Shyam Sundar Subramanian
हाय रे गर्मी
हाय रे गर्मी
अनिल "आदर्श"
I9BET là nhà cái cá cược trực tuyến đình đám trên thị trường
I9BET là nhà cái cá cược trực tuyến đình đám trên thị trường
I9BET
Bye bye 2023
Bye bye 2023
Deepali Kalra
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
कृष्णकांत गुर्जर
My Guardian Angel!
My Guardian Angel!
R. H. SRIDEVI
"चलो जी लें आज"
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
Dard-e-madhushala
Dard-e-madhushala
Tushar Jagawat
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
Abhishek Soni
जलधर
जलधर
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
..
..
*प्रणय*
वनमाली
वनमाली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*तजुर्बा*
*तजुर्बा*
Pallavi Mishra
दोहा त्रयी. . . . शीत
दोहा त्रयी. . . . शीत
sushil sarna
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
Shweta Soni
याद रक्खा नहीं भुलाया है
याद रक्खा नहीं भुलाया है
Dr fauzia Naseem shad
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
सत्य कुमार प्रेमी
सोना मना है
सोना मना है
Shekhar Chandra Mitra
Loading...