गाय
गाय क्यों पूजनीय है हमारे लिए मैं आज बतलाता हूँ
क्यों ये माता है हमारी आईना दिखलाता हूँ।
कृपा होती जिस पर गाय की वो कुल तर जाता है
तैंतीस करोड देवता बसते इसमें इसलिए सिर झुक जाता है
हुई कृपा राजा दिलीप पर तो पुत्र रघु जी पाए
राम भगवान हमारे उसी कुल से रघुकुल सो कहलाए।
नमन राम को कर गाय से समझता करीब का नाता हूँ——–
बारम्बार नमन गाय को जो कृपा करती सब पर
विज्ञान भी इसकी उपयोगिता सिद्ध कर चुका विश्व पटल पर।
दूध घी गोबर और मूत्र सब पवित्र है शक नहीं इसमें कोई
सेवा जिसने की गाय की सुख समृद्धि उसने है पाई।
कितना गुणगान करूँ मैं अपने को असमर्थ पाता हूँ——–
उठा है गाय का मुद्दा कुछ समय से हमें बडी हैरानी है
कुछ लोग इसे पशु कहते केवल कैसी ये नादानी है।
सुनो कान खोलकर इसे काटने वालों बहुत बुरा ये काम है
बंद करो इसे काटना है शक्ति हमारी और हमारा राम है।
हमारी श्रद्धा पर न चोट करो बार बार समझाता हूँ——-
अशोक छाबडा