गाता चल
गाता चल, गाता चल
खेत खलियानों में
बाग बगियानो में
खेल के मैदानों में।
गाता चल, गाता चल
धूप हो या छांव हो
जीत हो या हार हो
मन में विनम्रता का भाव हो।
गाता चल, गाता चल
समुद्र की लहरों में
पर्वतों की चोटी में
पेड़ो की भीगी हरियाली में।
मन के दीप को जलाते चल
गाता चल, गाता चल