गाँधी जी
भारत माँ की आंखों के थे तारे बापू
अपनी आज़ादी के हीरो प्यारे बापू ।
सत्याग्रह से आज़ादी की लिखी कहानी
आती थी उनको अपनी बातें मनवानी ।
चरखा खूब चलाना भी उनको भाता था
कर्तव्यों से हटना उन्हें नहीं आता था ।
स्वच्छ बनाओ भारत दिया उन्होंने नारा
करते थे वो काम स्वयं ही अपना सारा ।
एक डोर में सारे धर्मों को पिरवाया
और अछूतों को भी उनका हक दिलवाया।
अपने तीन बंदरों से शिक्षा दिलवाई
बुरा न बोलो सुनो और ना देखो भाई
सत्य अहिंसा धर्म नियम का पालन करते
अपने वचनों से भी कभी नहीं थे फिरते ।
अपने तप से अंग्रेजों की नींव हिलाई
हथियार बिना आज़ादी हमको दिलवाई।
राष्ट्रपिता का मान उन्होंने सबसे पाया
साबरमति का संत जगत भर में कहलाया
आओ हम सब श्रद्धा से कर लें उन्हें नमन
उनके आदर्शों पर चलने का लेकर प्रण
01-09-2018
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद