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2 Oct 2022 · 1 min read

गाँधीजी (बाल कविता)

गाँधीजी (बाल कविता)
“””””””””””””””””””””””””””

गाँधी जी ने कदम बढ़ाया
भारत को आजाद कराया(1)

चरखा रोज चलाते थे
राष्ट्रपिता कहलाते थे(2)

बनो एकता के अनुयाई
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई (3)

सच्चाई की राह न छोड़ो
नाता सदा त्याग से जोड़ो (4)

गाँधी जी को शीश झुकाओ
गाँधी जी-जैसे बन जाओ(5)

कभी नहीं आपस में लड़ना
जाति-धर्म का भेद न करना(6)
“””””””””””””””””””””””””””””””””
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

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