ग़रीबी पैदा होती हैं अमीरों के घर से।
ग़रीबी सिर्फ़ मैली बस्ती में नही होती,
ग़रीबी सिर्फ़ टूटी फूटी कुटिया में नहीं रहती।
ग़रीबी शुरू होती है
सोने की चमचमाती दुकानों से।
हीरे के खदानों से
लोहे के कारखानों से।
किसी नाज़ायज़ बच्चे की तरह,
ग़रीबी पैदा होती हैं अमीरों के घर से।
#तेजस