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ओसमणी साहू 'ओश'
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29 Feb 2024 · 1 min read
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
उनकी मशरूफ़ियत ने ग़म और बढ़ा दिया।
🥀📌
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