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29 Jun 2024 · 1 min read

ग़ज़ल _ खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो।

एक ताज़ा ग़ज़ल दोस्तों 🌹🥰
दिनांक _ 29/06/2024,,,,
बह्र ….1212 1122 1212 22(112)
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
#ग़ज़ल
1,,
खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो ,
जो दिल है पास उसे यार ,आशना भी करो ।
2,,
निसार हो के मुहब्बत में रोपना भी करो ,
खुलूस दिल से अज़ीज़ों पे वारना भी करो ।
3,,
निगाह मिल ही गई दिल मिला के देखो तुम,
हुज़ूर पास पहुंच कर , कभी सना भी करो ।
4,,
निभा सके न मुहब्बत ,तो क्या निभाया फिर ,
ये प्यार व्यार की बातें , कहीं मना भी करो ।
5,,
उदास बैठ के सोचो , तो क्या करोगे यहां,
कभी कभी तो मुसीबत का सामना भी करो ।
6,,
ज़बां हज़ार हैं दुनिया में ,पढ़ के समझें वो ,
लिखो जो “नील” उसी वक्त मायना भी करो ।

✍️नील रूहानी..29/06/2024
( नीलोफर खान )

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