Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2018 · 1 min read

ग़ज़ल

ग़ज़ल
बहर २१२२ १२१२ २२
काफ़िया- आ
रदीफ़- देना

ख्वाब आए नहीं जगा देना।
बुझ गया तो दिया जला देना।

रात आकर मुझे सताती है
नींद आती नहीं सुला देना।

गैर की बाँह का सहारा ले
आप उठना मुझे गिरा देना।

देखने हैं मुझे सितम तेरे
याद आकर मुझे भुला देना।

राज तुम तो कभी न ऐसी थी
मिट रहा हूँ मुझे दवा देना।

लोग बातें करें वफ़ाओं की
आग दरिया में’ भी लगा देना।

डॉ.रजनी अग्रवाल “वाग्देवी रत्ना”
वाराणसी (उ. प्र.)
संपादिका- साहित्य धरोहर

235 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है।
पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है।
सत्य कुमार प्रेमी
मैंने रात को जागकर देखा है
मैंने रात को जागकर देखा है
शेखर सिंह
वक्त-वक्त की बात है
वक्त-वक्त की बात है
Pratibha Pandey
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
*An Awakening*
*An Awakening*
Poonam Matia
"स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll
पूर्वार्थ
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
केशों से मुक्ता गिरे,
केशों से मुक्ता गिरे,
sushil sarna
"नजर से नजर और मेरे हाथ में तेरा हाथ हो ,
Neeraj kumar Soni
चैन अमन
चैन अमन
भगवती पारीक 'मनु'
जन्मदिन शुभकामना
जन्मदिन शुभकामना
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
😢कड़वा सच😢
😢कड़वा सच😢
*प्रणय*
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
Suryakant Dwivedi
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
दिल में एहसास
दिल में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मित्रता क्या है?
मित्रता क्या है?
Vandna Thakur
मेरी (ग्राम) पीड़ा
मेरी (ग्राम) पीड़ा
Er.Navaneet R Shandily
3546.💐 *पूर्णिका* 💐
3546.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
खालीपन
खालीपन
करन ''केसरा''
गर्मी
गर्मी
Ranjeet kumar patre
वज़ह सिर्फ तूम
वज़ह सिर्फ तूम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
आगाज़-ए-नववर्ष
आगाज़-ए-नववर्ष
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बदलियां
बदलियां
surenderpal vaidya
Loading...